मुँहासे वसीय ग्रंथियों (Sevacious Glands) का एक प्रदाहिक रोग है। यौवनारंभ के समय सैक्स हारमोन इन ग्रंथियों से तेल के स्त्राव में तीव्रता ला देती है। समस्या उन स्थानों पर प्रारंभ होती है, जहाँ ग्रंथियों के मुख त्वचा पर...
आप सभी ने देखा होगा कि कभी-कभी हमारे शरीर पर हलके Brown Colour या Black Colour की थोड़ी उभरी हुई त्वचा या मांस का दाना निकल आता है, उस दाने को ही मस्सा कहते हैं। यह परेशानी बच्चों और...
शरीर में किसी विशेष स्थान पर, एक घेरे के भीतर, चमड़ी के नीचे मवाद उत्पन्न हो जाने को फोड़ा (Abscess) कहते है। यह मांसपेशी के भीतर, शरीर अथवा हड्डी के ऊपरी भाग आदि में भी दिखाई देता है।
यह चोट...
गर्मी के मौसम में शरीर पर होने वाली लाल रंग की फुन्सियों को घमौरी या अम्हौरी कहते हैं। घमौरी होना कोई बहुत बड़ी बीमारी नहीं है, किन्तु इनके होने पर शरीर में बहुत अधिक खुजली तथा शरीर में काँटों...
हाथ अथवा पाँव में घाव हो जाने पर या कटी हुई जगह में से किसी जीवाणु के शरीर में प्रवेश हो जाने पर, स्नायुओं में उत्तेजना के कारण यह रोग उत्पन्न होता है। इस रोग में सर्व प्रथम मुंह...
इस रोग के यथार्थ कारण का अभी तक कोई भी निर्णय नहीं हो सका है। यह रोग उपदंश, अधिक मध्यपान, सिर पर चोट लगने, अत्यधिक शक्तिहीनता, मानसिक अवसन्नता तथा वंशानुगत कारणों से भी हो सकता है। इस बीमारी में...
मूत्राशय में सर्दी बैठ जाने पर, चोट लगने पर, मूत्र नली के सिकुड़ जाने पर, प्रोस्टेट ग्लैण्ड (Prostate Gland) की सूजन, पथरी तथा अन्य कारणों से मूत्राशय में प्रदाह (Bladderitis) उत्पन्न हो जाता है। मूत्राशय की झिल्ली में सूजन...
छोटी माता (Chicken Pox) एक संक्रामक रोग है। यह एक प्रकार के वायरस से उत्पन्न होता है। इसके दाने बड़ी माता (Small Pox) के दानों से आकार में छोटे होते हैं, लेकिन बड़ी चेचक से इस रोग का कोई...
इसे शीतपित्त या हीव्स (Urticaria/Hives) के नाम से भी जाना जाता है। जब शरीर में पित्त की मात्रा अधिक हो जाती है या किसी कारण से शरीर में पित्त बढ़ जाता है। तो इससे होने वाली समस्या को "पित्ती"...
थायरॉइड ग्रंथि गले की ग्रंथी है, जिससे थय्रोक्सिन हार्मोन बनता है। जब यह हार्मोन्स कम हो जाते हैं तब शरीर का मेटाबॉलिज़्म काफी तेज होने लगता है और शरीर की ऊर्जा भी जल्दी ख़त्म हो जाती है। लेकिन जब...